Bajrang Baan Gita Press Pdf
The Bajrang Baan Pdf Gita Press publication is a powerful devotional hymn dedicated to Lord Hanuman, revered for bringing peace and resolution to life’s challenges.
यह पवित्र ग्रंथ हिंदी में उपलब्ध है और हिंदू आध्यात्मिकता में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। बजरंग बाण का जाप करके, भक्त कठिनाइयों को दूर करने और आंतरिक शांति प्राप्त करने के लिए हनुमान जी, जिन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है, का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
👇👇 Bajrang Baan Pdf Download👇👇
(बजरंग बाण पीडीएफ गीता प्रेस डाउनलोड करें)
Benefits of Reciting Bajrang Baan Gita Press (बजरंग बाण के लाभ)
बजरंग बाण का पाठ करने से मानसिक शांति और समस्याओं से मुक्ति मिलती है। यह पाठ विशेष रूप से मंगलवार को शुरू करना चाहिए। यदि आप किसी विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए बजरंग बाण का पाठ कर रहे हैं, तो इसे 41 दिनों तक नियमित रूप से करें।
हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है। जब विपत्ति अधिक बढ़ जाती है, तब बजरंग बाण का पाठ सभी कष्टों को दूर कर देता है। यह पाठ हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने का एक सिद्ध मार्ग है।
How to Recite Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ की विधि)
- मंगलवार को प्रारंभ करें: बजरंग बाण पाठ हमेशा मंगलवार को आरंभ करें।
- स्नान और स्वच्छता: सूर्योदय से पहले स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थान: पूजा स्थल को साफ करके भगवान हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें।
- गणेश जी की आराधना: सर्वप्रथम गणेश जी की पूजा करें।
- संकल्प लें: हनुमान जी का ध्यान करके बजरंग बाण पाठ का संकल्प लें।
- धूप-दीप जलाएं: भगवान हनुमान जी को फूल अर्पित करें और धूप-दीप जलाएं।
- आसन पर बैठकर पाठ करें: कुश के आसन पर बैठकर बजरंग बाण का पाठ करें।
- प्रसाद चढ़ाएं: हनुमान जी को लड्डू, चूरमा या मौसमी फल अर्पित करें।
क्यों चुनें बजरंग बाण गीता प्रेस?
गीता प्रेस, गोरखपुर, प्रामाणिक हिंदू ग्रंथों के प्रकाशन के लिए प्रसिद्ध है। उनके द्वारा प्रकाशित बजरंग बाण इस प्रार्थना की पवित्रता और आध्यात्मिक सार को संरक्षित करते हुए सटीक छंद सुनिश्चित करता है। यह उन भक्तों के लिए एक अमूल्य संसाधन है जो आध्यात्मिक उत्थान और भगवान हनुमान से जुड़ाव चाहते हैं।
Summary of Bajrang Baan (बजरंग बाण का सार)
बजरंग बाण का पाठ कठिन परिस्थितियों में समाधान का मार्ग प्रशस्त करता है। इस पाठ के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना और लाल रंग के वस्त्र धारण करना महत्वपूर्ण है। हनुमान जी की कृपा से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।
दोहा:
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सन्मान। तेही के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान।
चौपाई
जय हनुमंत संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥
जन के काज बिलंब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥
जैसे कूदि सिंधु महिपारा। सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥
आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुरलोका॥
जाय बिभीषन को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा॥
बाग उजारि सिंधु महँ बोरा। अति आतुर जमकातर तोरा॥
अक्षय कुमार मारि संहारा। लूम लपेटि लंक को जारा॥
लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर नभ भई॥
अब बिलंब केहि कारन स्वामी। कृपा करहु उर अंतरयामी॥
जय जय लखन प्रान के दाता। आतुर ह्वै दुख करहु निपाता॥
जै हनुमान जयति बल-सागर। सुर-समूह-समरथ भट-नागर॥
ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहि मारु बज्र की कीले॥
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा। ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा॥
जय अंजनि कुमार बलवंता। शंकरसुवन बीर हनुमंता॥
बदन कराल काल-कुल-घालक। राम सहाय सदा प्रतिपालक॥
भूत, प्रेत, पिसाच निसाचर। अगिन बेताल काल मारी मर॥
इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की। राखु नाथ मरजाद नाम की॥
सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै। राम दूत धरु मारु धाइ कै॥
जय जय जय हनुमंत अगाधा। दुख पावत जन केहि अपराधा॥
पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत कछु दास तुम्हारा॥
बन उपबन मग गिरि गृह माहीं। तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं॥
जनकसुता हरि दास कहावौ। ताकी सपथ बिलंब न लावौ॥
जै जै जै धुनि होत अकासा। सुमिरत होय दुसह दुख नासा॥
चरन पकरि, कर जोरि मनावौं। यहि औसर अब केहि गोहरावौं॥
उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई। पायँ परौं, कर जोरि मनाई॥
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता। ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता॥
ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल। ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल॥
अपने जन को तुरत उबारौ। सुमिरत होय आनंद हमारौ॥
यह बजरंग-बाण जेहि मारै। ताहि कहौ फिरि कवन उबारै॥
पाठ करै बजरंग-बाण की। हनुमत रक्षा करै प्रान की॥
यह बजरंग बाण जो जापैं। तासों भूत-प्रेत सब कापैं॥
धूप देय जो जपै हमेसा। ताके तन नहिं रहै कलेसा॥दोहा:
उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान। बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥
Download Bajrang Baan PDF Gita Press
For devotees looking to access the authentic version, you can download the Bajrang Baan PDF Gita Press (बजरंग बाण गीता प्रेस) from trusted online sources. Ensure the source is reliable to get the correct version of this sacred text.